देश भर के जिला एवं सत्र न्यायाधीशों को दिया जा रहा नए कानून का प्रशिक्षण न्यायायिक प्रणाली में जनता का विश्वास बना रहे इसके लिए सभी को अत्मअवलोकन करने की जरूरत है: न्यूज़ मोहल्ला
प्रो. डॉ. एस सूर्य प्रकाश,
भोपाल.
न्यायायिक प्रणाली में जनता का विश्वास बना रहे इसके लिए सभी को अत्मअवलोकन करने की जरूरत और अपनी जिम्मेदारी को बेहतर तरीके से निभाने की आवश्यकता है।
यह बात मुख्य अतिथि प्रो. डॉ. एस सूर्य प्रकाश, वाइस चांसलर एनएलआईयू भोपाल ने केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण अकादमी कान्हासैंया में अयोजित विद्वान न्यायायिक अधिकारियों के लिए नए आपराधिक कानूनों पर ओरिएंटेशन कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए कही।
मुख्य अतिथि ने कहा कि हमारी न्यायायिक प्रणाली बेहतर है। हमें ध्यान रखना होगा कि हमारे सिस्टम की कमियों की वजह से जनता का विश्वास न टूटे और वे अन्य रास्तों को न अपनाएं।
डॉ. आम्बेडकर का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि संविधान कितना भी अच्छा हो, लेकिन उसका क्रियान्वयन करने वाले भी उतने ही बेहतर होने चाहिए।
केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण अकादमी के डायरेक्टर आईपीएस श्री अनिल किशोर यादव ने कहा कि लागू किए जाने वाले न्यू क्रिमिनल लॉ के प्रति जस्टिस सिस्टम के सभी होल्डर्स को जानकारी होनी चाहिए।
इसके लिए तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर विद्वान न्यायायिक अधिकारियों प्रशिक्षित किया जा रहा है।
इस मौके पर प्रकाश बड़ोलिया असिस्टेंट डायरेक्टर, मूलचंद असिस्टेंट डायरेक्टर ,अमित अटूट, अस्स्टिेंड डायरेक्टर, परवेज असलम अंसारी असिस्टेंट डायरेक्टर, सहित अकादमी के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
इन्हें दिया जा रहा प्रशिक्षण देश में लागू किए जाने वाले नए कानून की जानकारी देने को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दिशा-निर्देशों के अनुसार 6 से 9 मार्च तक तीन दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा है। इसमें जिला एवं सत्र न्यायाधीशों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
बुधवार सुबह 10 बजे से प्रशिक्षण की शुरुआत की गई। इसमें विभिन्न प्रदेशों जैसे महाराष्ट्र, बिहार, असम, नगालैंड, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, जम्मू कश्मीर, उत्तर प्रदेश, गोवा और मध्य प्रदेश के 50 से अधिक जिला एवं सत्र न्यायाधीश भाग ले रहे हैं। प्रशिक्षणार्थियों को वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, उच्च न्यायालय के न्यायाधीश और वरिष्ठ अभियोजन अधिकारियों द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है।